Piles And Its Treatment Method in hindi

चलिए दोस्तों आज हमलोग पाइल्स रोग कें बारे में कुछ चर्चा करते है । आइए आजकी टपिक कि सुरुवात करते है ।

Piles And Its Treatment Method in hindi
पाइल्स (Piles) या हेमोरोइड्स (Hemorrhoids) एक मामूली रोग है जो विशेष रूप से गुदा (ग्रेवा) क्षेत्र में होता है। यह एक प्रकार की नसों की समस्या है जो गुदा के आसपास की नसों में सूजन या वृद्धि के कारण उत्पन्न होती है। पाइल्स कई प्रकार की हो सकती हैं, जिनमें अंदरुनी (आंतरिक) पाइल्स और बाहरी (बाहर नजर आने वाली) पाइल्स शामिल हो सकती हैं।

यह समस्या अक्सर गुदा क्षेत्र में दर्द, खुजली, जलन, सूजन, रक्तस्राव, या मलद्वार (गुदा के बाहरी भाग) से रक्तस्राव के साथ प्रकट होती है। यह अक्सर उम्रदराज लोगों में अधिक होता है, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है।

पाइल्स के मुख्य कारणों में पेट में तनाव, पाचन संबंधी समस्याएं, उच्च रक्तचाप, गुदा क्षेत्र में दबाव, बवासीर संबंधी परिवारिक इतिहास, गर्भावस्था और प्रसव, बैठे रहने की लंबी अवधि, भारी वस्त्रों का उपयोग, और अल्कोहल और तंबाकू का सेवन शामिल होता है।

अधिकांश मामलों में, पाइल्स आमतौर पर घरेलू उपचार और परिवर्तनों के माध्यम से स्वतः ठीक हो जाते हैं। कुछ साधारण उपायों के मद्देनजर यह संभव है कि आप इस समस्या से निपट सकें:

स्थानिक उपयोग: गुदा क्षेत्र को स्वच्छ और सुखा रखने के लिए त्वचा को हल्का सा पोंछें या त्वचा को गर्म पानी से धोएं। इससे सूजन कम हो सकती है और दर्द कम हो सकता है।

योग्य आहार: पाइल्स के मरीजों को ऊंचे फाइबर और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। यह मल को मुलायम और स्पष्ट करने में मदद कर सकता है और कठोर पाटनी की जरूरत को कम कर सकता है।

प्रतिरोधी बल बढ़ाना: एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, व्यायाम करने और वजन कम करने के माध्यम से आप अपने प्रतिरोधी बल को बढ़ा सकते हैं। यह पाइल्स के बाहरी आकार को कम करने में मदद कर सकता है।

संक्रमण से बचाव: उच्चतम स्तर की सफाई का पालन करें और पाइल्स रोग से बचने के लिए गुदा क्षेत्र को स्वच्छ और सूखा रखें। इससे आपको संक्रमणों से बचाने में मदद मिल सकती है। गुदा साफी के लिए नर्म तौलियों का उपयोग करें और गुदा क्षेत्र को ज्यादा दबाव से बचाएं।

दवाइयाँ और दवाएँ: कुछ मामलों में, डॉक्टर आपको दवाइयों की सलाह दे सकते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं। ये दवाएँ और दवाइयाँ अंतःगुदा (आंतरिक) या बाहरी (बाहर नजर आने वाली) पाइल्स के लिए हो सकती हैं।

प्रोसेडर्स और सर्जरी: यदि साधारण उपचार और बदलती जीवनशैली से भी समस्या का समाधान नहीं होता है, तो चिकित्सक प्रोसेडर्स और सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। ये पाइलेक्टोमी, स्क्लेरोथेरेपी, बैंड लिगेशन आदि के माध्यम से हो सकती हैं।

यदि आपको पाइल्स के लक्षण हैं और यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उचित उपचार का सुझाव देंगे। यदि आपको बहुत अधिक गंभीर लक्षण हैं जैसे कि अत्यधिक ब्लीडिंग, असहनीय दर्द, गुदा क्षेत्र में स्थायी सूजन, या मलद्वार से रक्तस्राव की समस्या हो रही हो, तो आपको तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। वे आपकी स्थिति की गहन जांच करेंगे और उचित उपचार की सलाह देंगे, जिसमें चिकित्सागार में इंजेक्शन, स्क्लेरोथेरेपी, लेजर या दूसरी सर्जिकल प्रक्रियाएं शामिल हो सकती हैं।

सामान्य रूप से, पाइल्स को घरेलू उपचार और जीवनशैली में परिवर्तन के माध्यम से संभाला जा सकता है। यह आमतौर पर संक्रामक संक्रमण की आवश्यकता या साधारण समस्याओं के साथ संबंधित असुविधाओं को कम करने में मदद कर सकता है। लेकिन, इसके लिए बहुत अधिक पीड़ा, बहुत अधिक ब्लीडिंग या संक्रामक संक्रमण की स्थिति में, आपको चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए जो आपको सबसे अच्छा उपचार सुझा सकते हैं।

यदि आपकी पाइल्स बहुत गंभीर हैं और उपरोक्त चिकित्सा प्रक्रियाएं असफल हो रही हैं, तो आपके चिकित्सक द्वारा अन्य विकल्पों की सलाह दी जा सकती हैं:

हेमोरॉयड आर्टरी इम्बोलिज़ेशन: इस प्रक्रिया में चिकित्सक पाइल्स के आपूर्ति को रोकने के लिए एक तकनीक का उपयोग करते हैं जिसमें पाइल्स को खून से अलग करने के लिए खून की धारा को बंद किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप, पाइल्स श्रिंगला हो जाते हैं।

पाइलेक्टोपेक्टोमी के साथ लेजर: इस तकनीक में, लेजर का उपयोग करके पाइल्स को हटाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है। लेजर की मदद से, पाइल्स के क्षेत्र में नष्ट किए जाते हैं और उन्हें हटाने के लिए क्रिप्टोक्टेक्टोमी की प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है।

आयुर्वेदिक चिकित्सा: आयुर्वेद में पाइल्स के इलाज के लिए कई आयुर्वेदिक औषधियां और प्रयोगों का उपयोग किया जाता है। ये आयुर्वेदिक उपाय हो सकते हैं: क्षार सूत्र चिकित्सा, त्रिफला चूर्ण, अर्शोहरिण वटी, और पतंजलि आयुर्वेदिक औषधि जैसी आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन। साथ ही, पाइल्स के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास करना भी लाभदायक हो सकता है।

इन विकल्पों के अलावा, आपके चिकित्सक द्वारा अन्य विशेषज्ञों की सलाह लेना भी आवश्यक हो सकता है। जैसे कि जीवन शैली में परिवर्तन, आहार में सुधार, और विशेषज्ञों द्वारा सिफारिशित दवाओं का सेवन करना।

कृपया ध्यान दें कि इन विकल्पों का उपयोग करने से पहले आपको अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि चिकित्सा इतिहास, लक्षणों की गंभीरता और आपकी स्थिति के आधार पर सबसे उपयुक्त उपाय तय किए जा सकते हैं।

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